Saturday, April 28, 2012


UPTET : वार्ता के आश्वासन पर माने टीईटी अभ्यर्थी


लखनऊ। टीईटी की मेरिट के आधार पर शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग कर रहे विभिन्न जिलों के टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने शनिवार को राजधानी में फिर धरना-प्रदर्शन किया और सार्थक निर्णय होने तक दारुलशफा में धरने पर बैठ गए। हालांकि देर रात डीआईजी आशुतोष पांडेय ने टीईटी अभ्यर्थियों को काफी मशक्कत के बाद धरना स्थगित करने पर मना लिया। उन्होंने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव दो मई को जनता दरबार में टीईटी प्रतिनिधियों से मिलेंगे और उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे। इस आश्वासन के बाद टीईटी अभ्यर्थियों ने धरना स्थगित कर दिया। उधर, धरना स्थगित करने के बाद टीईटी संघर्ष मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विवेक मिश्रा ने कहा कि दो मई को सकारात्मक निर्णय नहीं हुआ तो टीईटी अभ्यर्थी आंदोलन तेज करेंगे। इससे पहले दिन में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने चारबाग से धरना-प्रदर्शन करते हुए विधान भवन की तरफ कूच किया। पुलिस ने इन अभ्यर्थियों को स्टेशन पर ही रोकने की कोशिश की तो उन्होंने वहीं पर विरोध-प्रदर्शन किया। बाद में हंगामा बढ़ता देख प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने अभ्यर्थियों को दारुलशफा जाने की अनुमति दी तब अभ्यर्थी चारबाग से मार्च निकाल कर दारुलशफा पहुंच गए। अभ्यर्थियों को दो घंटे के धरना-प्रदर्शन की अनुमति मिली थी, लेकिन वह देर रात तक दारुलशफा पर डटे रहे। अभ्यर्थियों का कहना है जब भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी, तब वह धरना प्रदर्शन खत्म कर देंगे।
टीईटी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष विवेकानंद ने बताया कि टीईटी भर्ती प्रक्रिया के लिए प्रदेश सरकार ने 26 अप्रैल तक समय मांगा था, लेकिन अभी तक कोई नतीजा सामने न आने पर टीईटी अभ्यर्थियों को यह कदम उठाना पड़ा।

News : Amar Ujala (29.4.12)


UPTET : मांगों को लेकर बेरोजगारों का प्रदर्शन

लखनऊ, 28 अप्रैल (जागरण संवाददाता): अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने एक बार फिर अपनी मांगों के समर्थन में सड़क पर उतरकर आवाज बुलंद की। प्रदेश के कोने-कोने से राजधानी पहुंचे अभ्यर्थी शनिवार सुबह चारबाग स्टेशन पर एकत्र हुए। अभ्यर्थियों की भीड़ को देखकर स्टेशन प्रशासन के भी हाथ पांव-फूल गए। आनन-फानन में अभ्यर्थियों को स्टेशन से हटाने की कवायद शुरू की गई। वाहन कम पड़ गए तो अभ्यर्थियों की पैदल कतार बनाकर विधान भवन स्थित धरना स्थल पहुंचाया गया। रात नौ बजे डीआइजी द्वारा आश्वासन दिया गया कि दो मई को मुख्यमंत्री से वार्ता कराई जाएगी, इसके बाद धरना समाप्त हो गया। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का कहना है कि जबतक टीईटी के प्राप्तांकों को मेरिट का आधार बनाकर नियुक्ति नहीं की जाती, आंदोलन चलता रहेगा। शासन से इस बाबत लिखित आश्वासन मिले और विज्ञप्ति जारी की जाए कि चयन प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। अभ्यर्थियों ने इन्हीं मांगों को लेकर शनिवार को यहां विधान भवन के सामने धरना देने की तैयारी की। सुबह से ही चारबाग पर अभ्यर्थियों के आने के सिलसिला शुरू हो गया। अभ्यर्थियों की भीड़ इतनी बढ़ गई कि उन्हें संभालना मुश्किल हो गया। चारबाग पर ही अभ्यर्थियों ने धरना और सभा शुरू कर दी। रेलवे स्टेशन पर इतनी भीड़ एकजुट होने पर पुलिस-प्रशासन ने अभ्यर्थियों को यहां से हटाने की कवायद शुरू की। अभ्यर्थियों को पुलिस ने गाडि़यों से विधान भवन भेजना शुरू किया। गाडि़यां कम पड़ीं तो अभ्यर्थियों की लंबी कतार बनाकर विधान भवन की तरफ मोड़ दिया गया। अभ्यर्थी हाथों में तख्तियां लिए और नारेबाजी करते हुए विधानभवन पहुंचे। कई बार पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच तीखी झड़प भी हुई।

News : Jagran (29.4.12)

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